1. अगर आप एक दिन में सिगरेट का एक पैकेट पीते हैं तो उससे निकलने वाला रेडिएशन छाती के 200 एक्सरे के जितना होगा।
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2. पांच सिगरेट से अगर निकोटीन को निकाल कर अलग से खाया जाए तो खाने वाले की पांच मिनट में मौत हो सकती है।

3. सिगरेट पीने की वज़ह से दिल के दौरे, लकवा मारने, दमा होने, इमफज़ीमा और कैंसर होने या खासकर फेफड़ों का कैंसर होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है।


4. सिगरेट पीनेवाले इंसान के जीवनसाथी को फेफड़ों का कैंसर होने का खतरा 30 फीसदी बढ़ जाता है। जबकि यही खतरा सिगरेट पीने वाले को 40 फीसदी बढ़ता है।

5. जिन बच्चों के माँ-बाप सिगरेट पीते हैं उनको पैदा होने के एक-दो साल के अंदर ही निमोनिया या दमे की बीमारी के  चांस 30 फीसदी बढ़ जाते हैं।

6. सिगरेट के धुएँ के निकोटिन, कार्बन मोनोक्साइड और दूसरे विषैले रसायन, माँ के खून के ज़रिए बच्चे तक पहुँचते रहते हैं। नतीजतन या तो गर्भ गिर सकता है या फिर बच्चा समय से पहले पैदा हो सकता है।

7. ऑस्ट्रेलिया में एक बड़ी बहस के बाद 2012 से सभी ब्रैंड के सिगरेट पैकेटों पर भूरे रंग का कवर चढ़ा कर उस पर टार से भरे फेफड़ों की तस्वीर, सड़ते हुए पीले दांत और गुलाबी रंग के ट्यूमर की तस्वीर लगाना अनिवार्य कर दिया गया।

8. मूत्र में पाया जाने वाला कैमिकल कंपाउंड यूरिया नाइट्रेट का इस्तेमाल सिगरेट का फ्लेवर बढाने के लिए किया जाता है।
9. सिगरेट में केडमिम (CADMIUM) नामक रसायन पाया जाता है यही केडमिम बैटरी में भी पाया जाता है। बैटरी को तोड़ने पर जो काला टार निकलता है उसमे केडमिम निहित होता है।
10. विश्व में 80 फीसदी धूम्रपान करने वाले लोग निम्न एवं मध्यम आय वाले विकासशील देशों में रहते हैं।

11. 2030 तक विश्व में धूम्रपान से मरने वालों की तादाद हर साल आठ मिलियन हो जाएगी। इसमें साठ लाख वो लोग हैं जो पैसिव स्मोकिंग करते हैं।
12. विश्व भर में धूम्रपान करने से हुई बीमारियों के इलाज पर हर साल 560 बिलियन डॉलर का मेडकिल खर्च आता है।
13. विश्व भर में बनने वाली सिगरेट की 35 फीसदी खपत अकेले चीन में होती है। विश्व में धूम्रपान करने पुरुषों में 53 फीसदी पुरुष चीन में हैं।